मैथिली कविता : हे नव साल

~सुधा मिश्र~

उत्साह सँग उमंग लक आयब
खुशीक नव तरंग लक आयब
उतिम पहिचान लक आयब
ठोर पर मुस्कान लक आयब

हे नव साल
घावक मरहम बनिक आयब
गीतक सरगम बनिक आयब
धानक पथार बनिक आयब
नेहक पसार बनिक आयब

हे नव साल
परिवारमे एकता बढब आयब
समाजमे सहिष्णुता बढब आयब
मुलुकमे गरिमा बढब आयब
चराचरमे महिमा बढब आयब

हे नव साल
पुरब सभहक अरमान आयब
बनि सभहक वरदान आयब
भोजनलाय परस थार आयब
बदन पर सजब श्रृङ्गार आयब

हे नव साल
परात सुरुजक लाली लेने आयब
सुहावन दिन गुलाबी लेने आयब
खेलैत साँझ रमनगर लेने आयब
राति चानुक सुहनगर लेने आयब

सुधा मिश्र
जनकपुरधाम-४,धनुषा
प्रदेश न २,नेपाल

(स्रोत : रचनाकार स्वयंले ‘Kritisangraha@gmail.com‘ मा पठाईएको । )

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