मैथिली कविता : मोन मोर हरियाल अछि

~सुधा मिश्र~

बागबोन हरियर गाछ वृक्ष हरियर
माटिक हरियरी सँ नभ भेल हरियर
हरियर नुवामे मोन मोर हरियाल अछि
हरियर पियर चुरीक खनक कमाल अछि

पियाके रानी बनलौ नैहरक दुलारी
लएला बेसाहिक पाजेब बड भारी
छुनुर छुनुर बाजे मोर पैरक पैजनिया
सासुरक शोभा हम छियै नव कनिया

बहिनके रुपमे ननैद मोरा भेटलनि
भाइके रुपमे देवर मोरा भेटलनि
ननैद करैथ तंग मोरा देवर खौजाबथि
पियबा आबि मोरा हँसि हँसि मनाबथि

गोतनी अनुरागिन मोर मेंहदी लगोलनि
बीचे तरहथी पर बलमुवाके सजोलनि
नव बहना बना आबैथ दौरल अँगनमा
देखिक पियाके खन्के हाथक कंगनमा

सुधा मिश्र
जनकपुरधाम-४,धनुषा
प्रदेश न २,नेपाल

(स्रोत : रचनाकार स्वयंले ‘Kritisangraha@gmail.com‘ मा पठाईएको । )

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