~सुधा मिश्र~
नव सालमे
खाइ सतुवा गुड
तँ शत्रु नाश
जुरशीतल
एक चुरुक पानि
शुभ आशिष
कय प्रणाम
कोरोना सँ बचाउ
इहो संसार
अामक कुच्चा
गाछीमे वनभोज
चुल्ही खनिक
जग रचैता
ममताके मुरत
अपन माय
गुरु दक्षिणा
भीम पोताके शीर
लेलक कृष्ण
हे निलकंठ
पीब कोरोना बीस
उबारु जग
जगमे त्राश
कोरोना महामारी
विज्ञान फेल
धनसम्पत्ति
सिखायल कोरोना
व्यर्थ गुमान
सुधा मिश्र
जनकपुरधाम-४,धनुषा
प्रदेश न २,नेपाल
(स्रोत : रचनाकार स्वयंले ‘Kritisangraha@gmail.com‘ मा पठाईएको । )