~विनीत ठाकुर~
१.
धरती पर
पसरल कोरोना
खोजी दबाई ।
२.
कोरोना रोग
पसरय भिड़ मे
रही एकात ।
३.
कोरोना अछि
सर्दी–बोखार संग
सुक्खल खोखी ।
४.
साबुन पानी
कोरोनाक दुस्मन
रगड़ी हाथ ।
५.
कोरोना दूर
सेनिटाइजर सँ
पोछु न हाथ ।
६.
कोरोना नहि
जानलेबा बेमारी
सजग रही ।
मिथिलाक्षर ( तिरहुता लिपि ) मे सेहो :
मिथिला बिहारी नगरपालिका
मिथिलेश्वर मौवाही – ३
प्रदेश नं. २, धनुषा
(स्रोत : रचनाकार स्वयंले ‘Kritisangraha@gmail.com‘ मा पठाईएको । )