~उत्तम भट्ट ‘विवेक’~
कन्न्या खोज्जु घर गयो कन्न्या रैछ ग्वालि
लौन्या रैछ पैन्ट टि सर्ट, रैछ फेसनवलि
गोरु बाकरा गोठ बादी झाडु पसी झाड्डु
मेरा झान्या है त भुण्या आखा पसी ताड्डु
रिशले मुर्मुरी ब रे बाट्टु पसी जेउडा
पूइ पछा त इसा भया उसै मुएइ देउडा
मुइ- बिश रुप्प्या पड्ड्या र्या नु बिजुली बल्फमा
तोएइ सित ब्या गर्लो मुइ भाति खान्दे गल्फमा
ऊ- बल्फमा त कमै पड्या झिकु रुप्प्या पोल मा
सिउसिउ गद्दा किडा पडिझुनु भाति खन्या थोल मा
मुइ- क्यै है तस्या गाली दिन्या डरहाल्ली मरली
मेरा थोल किडा पड्या ब्या’ कै सित गरली
ऊ- मुइलाई माग्गु कति आया बटाका बटुन्या
कोइ मुर्कट्या होइझान्लाब मुइ राण पटुन्या
मुइ- राम गया सीता हेद्दु सँगइ धनुष बाण
भोल आउलो तोइलाई माग्गु जन लुगे पाण
ऊ- तसा कुरा जन गरै धुरु धुरु रोइ दिउलो
पूइ गरल इ मुइसित ब्या अर्खाइ कि होइ दिउलो
मुइ- तसा कुरा क्याइ गर्लो ब अर्खाकी सामुनि
अर्खाकी क्याइ हुन्या है बनौलो बामुनि
– सौगात एफ एम १०३.६ मेघाहर्ज, बैतडीबाट प्रसारित कार्यक्रम कोसेलोमा प्रसारित गीतहरू