मैथिली गजल : बेर बेर सवाल

~गजेन्द्र गजुर~Gajendra Gajur

बेर बेर सवाल हमर याह रहैछै
सत्य बात किए लगैत बेजाह रहैछै

अपना टाग्ङ तर दाबल रहलो पर
कछेर प पुहुचेने किए नाह रहैछै

केतेको बेर डुबकि लगा चुकलि मुदा
प्रेमक सागर किए गरथाह रहैछै

नजर गुजैरि क ऽत बात नै पुछु मित
दिन देखारे प्रेमराह चोटाह रहैछै

आहा त दूर गगण मे परी बनल छि
अहिक चाह मे गजुर बताह रहैछ

वर्ण-१५
गजेन्द्र गजुर(राय)
हनुमाननगर-२, सप्तरी
हाल -लहान
प्राविधिक शिक्षालय

(स्रोत : रचनाकार स्वयंले ‘Kritisangraha@gmail.com‘ मा पठाईएको । )

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